MCH - Medical Concepts in Hindi By Dr Pankaj Agarwal MCH - Medical Concepts in Hindi By Dr Pankaj Agarwal MCH - Medical Concepts in Hindi By Dr Pankaj Agarwal
Instructions To Author

JMCH में लेखों के प्रकाशन के नियम एवं इसकी प्रक्रिया

Target Readers

UG students: JMCH का सर्वप्रमुख उद्देश्य है, अंडरग्रेजुएट मेडिकल छात्रों को मेडिकल साइंस के कठिन विषयों को भी सरल एवं सहज हिंदी भाषा में, रोचक रूप में समझाना। इसीलिए, इसमें प्रकाशित होने वाले लेख केवल हिंदी में अनुवाद मात्र ही नहीं होने चाहियें। इसके लेखों में विषय को इस प्रकार से समझाया जाना चाहिए कि उसको पढ़कर विषय में रूचि जाग्रत हो एवं उसके विभिन्न पहलू मन में सरलता से बैठ जाएं।

Process

Review articles: JMCH में उच्चतर शोधपत्रों के स्थान पर रिव्यू आर्टिकल्स को वरीयता दी जाती है। शोध-परक लेखों को प्रकाशित करने में शोध की पद्धति (material and methods) एवं परिणामों (observations) का वर्णन संक्षेप में करते हुए, विषय के मूलभूत सिद्धांत (hypothesis and discussion) को अधिक विस्तार दिया जाना चाहिए।

Long articles: इसके अन्तर्गत अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम के किसी भी अध्याय को विस्तार में समझाते हुए लिखा जा सकता है।

Short articles: इसके अन्तर्गत अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम के किसी भी विषय के किसी एक भाग को रोचक रूप में लिखा जा सकता है।

Word limit: विषय को भलीभांति समझाने के लिए किसी भी लेख की कोई शब्द सीमा नहीं रखी गयी है।

Eligibility: आज की विडंबना यह है कि हमारे अधिकाँश विशेषज्ञ तक, हिंदी में लिखने का अभ्यास न होने के कारण अपनी मातृभाषा में कुछ लिखना भी चाहें तो भी लिख नहीं पाते। हिंदी में लेखन के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हम मेडिकल छात्रों, रेजीडेंट्स एवं फैकल्टी सदस्यों, सभी, को इस जर्नल में प्रकाशन के लिए आमंत्रित करते हैं। सभी लेख, सम्पादक मण्डल द्वारा भली-भांति जांचे जाने के पश्चात् ही प्रकाशित किये जायेंगें।

Copyright: JMCH में प्रकाशित सभी लेखों के सर्वाधिकार, MCH प्रकाशन एवं प्रधान सम्पादक के पास सुरक्षित रहेंगे। किसी भी प्रकार के विवाद में MCH प्रकाशन एवं प्रधान सम्पादक का निर्णय अंतिम माना जाएगा।

Writing style

वर्तमान में किसी जर्नल का प्रकाशन हिंदी भाषा में होने के कारण इसको विस्तार से समझाना आवश्यक है।

Language

विषय को समझाने के लिए सरल एवं सजीव हिंदी भाषा का प्रयोग होना चाहिए। किसी वैज्ञानिक विषय के वर्णन में भाषा सरल होनी चाहिए, शुद्ध हिंदी लिखने के प्रयास में इसे कठिन नहीं करना चाहिए। इन्टरनेट के माध्यम से अंग्रेजी में लिखे लेख का अनुवाद हिंदी में करते समय कभी-कभी उसका मूल अर्थ ही बदल जाता है। अतः गूगल ट्रांसलेट के स्थान पर उसको अपनी भाषा में लिखना ही बेहतर है। उदाहरण के रूप में, 'Sleep is crucial for optimal functioning and is becoming a public health concern due to stress, fast food, and sedentary lifestyles' को ट्रांसलेट करने पर 'इष्टतम कामकाज के लिए नींद महत्वपूर्ण है और तनाव, फास्ट फूड और गतिहीन जीवनशैली के कारण यह सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता का विषय बन रही है' वाक्य बनता है जिसे समझना और भी कठिन लगता है। इसे अपनी भाषा में 'मानसिक तनाव, फास्ट फूड युग एवं शारीरिक परिश्रम रहित जीवनशैली से उत्पन्न होने वाली जन-साधारण की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से बचाव के लिए एवं सक्रिय रूप से कार्य करने के लिए पर्याप्त नींद अत्यंत आवश्यक है' लिखना अधिक बेहतर है। JMCH में प्रकाशन के लिए इसी शैली का प्रयोग होना चाहिए।

Common words

जिस प्रकार सामान्य बोलचाल की भाषा में हम अन्य भाषाओं के अनेक प्रचलित शब्दों को प्रयोग में लाते हैं, वैसे ही लिखने में भी इसका प्रयोग किया जा सकता है। ऐसे में लिखते समय अन्य भाषा के शब्दों को देवनागरी लिपि में लिखा जा सकता है। यथा, डॉक्टर, इंजेक्शन, डिस्चार्ज इत्यादि।

Medical terminologies

इसके प्रयोग में तो शब्दों के चयन में अत्यधिक सावधानी का प्रयोग होना चाहिए।

Simple medical terms: कुछ शब्द जैसे heart एवं brain के स्थान पर हृदय एवं मस्तिष्क का प्रयोग तो किया जा सकता है क्योंकि ये काफी प्रचलित हैं। इसके विपरीत, nervous system के लिए स्नायुतंत्र, liver के लिए यकृत इत्यादि लिखना उचित नहीं होगा क्योंकि ये शब्द प्रचलित नहीं हैं। इन शब्दों को देवनागरी लिपि में ही लिखा जा सकता है जैसे, नर्वस सिस्टम एवं लिवर। Heart एवं brain को हार्ट एवं ब्रेन भी लिखा जा सकता है। इसी प्रकार, anterior को एन्टीरियर, secretion को सिक्रीशन लिखा जा सकता है।

Complex medical terms: कुछ शब्द देवनागरी लिपि में लिखे जाने पर बिल्कुल अलग प्रतीत होते हैं। जैसे, कोरियोनिक विली शब्द से chorionic villi का आभास नहीं हो पाता अतः इसे मूलरूप इंग्लिश में ही लिखा जाना चाहिए। अनेक शब्दों के समूह को भी यथारूप इंग्लिश में ही लिखा जाना चाहिए जैसे, submucosal cyst । अतः, ऐसे शब्दों अथवा शब्दों के समूहों को प्रचलित मूलरूप में ही लिखना उचित होगा।

Numbers: इन्हें १, २, ३ के स्थान पर 1, 2, 3 ही लिखें।

Tables

प्रत्येक टेबल के साथ टेबल नंबर (जैसे Table 1 अथवा Table 2) एवं शीर्षक अवश्य लिखा होना चाहिये।

Figures

प्रत्येक फिगर के साथ भी फिगर नंबर (जैसे Figure 1 अथवा Figure 2) एवं शीर्षक अवश्य लिखा होना चाहिये।

Reference

प्रत्येक लेख की प्रमाणिकता सिद्ध करने के उद्देश्य से इसके मुख्य स्रोत (पुस्तक अथवा जर्नल) का वर्णन अवश्य करें। एक लेख के साथ तीन स्रोतों का वर्णन किया जा सकता है।

Typing

JMCH एक ई-जर्नल है जिसे world-web पर पोस्ट किया जाता है तथा इंटरनेट के माध्यम से पढ़ा जाता है। इसके लिए इंटरनेट के लिए उपयुक्त फॉन्ट का किया जाना चाहिए। हिंदी टाइपिंग के लिए किसी टाइपिस्ट की सहायता से हिंदी के प्रचलित फॉन्ट जैसे 'कृति' का प्रयोग न करें। 'गूगल इनपुट टूल्स इन हिंदी' जैसे एप्लीकेशन के माध्यम से अथवा मोबाइल पर इसे स्वयं टाइप करें। इनमें इंटरनेट ट्रांसमिशन के लिए उपयुक्त 'मंगल' फॉन्ट का प्रयोग होता है जो ईमेल किए जाने पर भी परिवर्तित नहीं होता। 'गूगल इनपुट टूल्स इन हिंदी' में टाइपिंग के लिए इंग्लिश की-बोर्ड का प्रयोग होता है जिसमें उच्चारण के अनुसार बोले जाने वाले अक्षरों को इंग्लिश में टाइप करने पर उससे बनने वाला हिंदी शब्द प्रिंट हो जाता है, जैसे, 'hraday' अक्षरों को टाइप करने से 'हृदय' एवं 'kidni' से 'किडनी' टाइप हो जाता है। इंग्लिश के नामों को देवनागरी लिपि में लिखने के लिए उसे उस शब्द की वास्तविक स्पेलिंग के अनुसार भी टाइप किया जा सकता है (जैसे जर्नल या किडनी लिखने के लिए journal या kidney) अथवा उसके उच्चारण के अनुसार भी (जैसे 'jarnal' या 'kidni')। इंग्लिश की क्रियाओं को देवनागरी में लिखने के लिए उसे उच्चारण के अनुसार ही टाइप करना पड़ता है जैसे, 'सिक्रीशन' लिखने के लिए 'secretion' के स्थान पर 'sikrishan' अथवा डाइजेशन लिखने के लिए 'digestion' के स्थान पर 'daijeshan', टाइप करके। उपरोक्त एप्लीकेशन्स के माध्यम से मेडिकल टर्मिनोलॉजी को यथारूप इंग्लिश में ही टाइप करने की सुविधा भी मिलती है। Appendicectomy लिखने के लिए इसको यथारूप इंग्लिश में ही टाइप करके menu bar में दिए गए उस शब्द के लिए दिए गए ऑप्शन्स (जैसे अपेंडिसेक्टोमी, अपेंडिकेक्टॉमी, appendicectomy इत्यादि) में इंग्लिश लिपि (appendicectomy) का चयन किया जा सकता है।

विशेष: वाक्य के मध्य में आने वाले अंग्रेजी के शब्दों में कैपिटल लेटर का प्रयोग नहीं होना चाहिये।

Font

गूगल पर टाइप किये गए डॉक्युमेंट का ही प्रयोग स्वीकार किया जायेगा। यह world web अथवा ईमेल पर परिवर्तित नहीं होता। इसके लिए font size 12 ही होना चाहिए।

File

लेख को Microsoft Word फाइल में ही प्रस्तुत करें। Google Doc अथवा किसी अन्य फाइल में प्रस्तुत लेख स्वीकार नहीं किया जायेगा।

Submission of Article

Kindly submit your articles to editor.jmch@org